संसार की पुनरावृत्ति – अनंत चक्र का रहस्य"

 

संसार की पुनरावृत्ति – अनंत चक्र का रहस्य"


🔷 संस्कृत श्लोक एवं हिंदी अर्थ

श्लोक 19

भूतग्रामः स एवायं भूत्वा भूत्वा प्रलीयते |
रात्र्यागमेऽवशः पार्थ प्रभवत्यहरागमे || 19 ||

हिंदी अर्थ:

हे अर्जुन! सभी प्राणी ब्रह्मा के दिन के प्रारंभ में पुनः उत्पन्न होते हैं, और जब उनकी रात होती है, तो वे फिर से विलीन हो जाते हैं।


📌 इस श्लोक का सारांश और शिक्षा

1. संसार एक चक्र में चलता है
भगवान श्रीकृष्ण बताते हैं कि यह संसार बार-बार बनता और मिटता रहता है।

2. जन्म और मृत्यु का अंतहीन चक्र
प्रत्येक प्राणी इस जन्म-मरण के चक्र में फंसा हुआ है।

3. आत्मा अमर है
हालांकि शरीर नष्ट होता है, आत्मा कभी नष्ट नहीं होती।

4. मोक्ष प्राप्त करने का मार्ग
जो व्यक्ति भगवान श्रीकृष्ण की शरण में जाता है, वह इस चक्र से मुक्त हो सकता है।

5. अध्यात्मिक ज्ञान की आवश्यकता
इस संसार से मुक्ति पाने के लिए हमें अध्यात्म और भक्ति मार्ग अपनाना होगा।


🌟 क्या हम इस चक्र से मुक्त हो सकते हैं?

जी हां! सच्ची भक्ति और भगवान की कृपा से हम जन्म-मरण के इस चक्र से बच सकते हैं।

At the outset of today's episode, we'd like to express our sincere gratitude to our listeners. Your continued support allows us to keep creating this content. If you find value in our work and would like to contribute to its ongoing production, we kindly invite you to visit the link in the description below. There, you'll find options for one-time donations or recurring subscriptions. Any contribution, regardless of size, is deeply appreciated and helps us defray the costs associated with bringing you this podcast. Thank you for your consideration, and now, let's delve into today's insightful topic...

आज के एपिसोड की शुरुआत में, हम अपने श्रोताओं का हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करना चाहते हैं। आपका निरंतर समर्थन हमें यह सामग्री बनाए रखने में सक्षम बनाता है। यदि आप हमारे काम में मूल्य पाते हैं और इसके चल रहे उत्पादन में योगदान देना चाहते हैं, तो हम कृपया आपको नीचे दिए गए विवरण में लिंक पर जाने के लिए आमंत्रित करते हैं। वहां, आपको एकमुश्त दान या आवर्ती सदस्यता के विकल्प मिलेंगे। कोई भी योगदान, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो, बहुत सराहनीय है और हमें इस पॉडकास्ट को आपके लिए लाने से जुड़ी लागतों को कम करने में मदद करता है। आपके विचार के लिए धन्यवाद, और अब, आइए आज के अंतर्दृष्टिपूर्ण विषय में तल्लीन हो जाएं...

https://paypal.me/vikcyggp?country.x=IN&locale.x=en_GB

याद रखें, हर समस्या का समाधान हमारे भीतर ही है। भगवद्गीता का ज्ञान हमें यह सिखाता है कि हम कैसे अपने भीतर की शक्ति को पहचान सकते हैं और अपने जीवन को सफल बना सकते हैं।
हमसे जुड़े रहें:

📺 YouTube Playlist -
https://www.youtube.com/playlist?list=PLmqdCCZAKuDiSQUJGe114tsIGg0Z6K658
🎧 RSS Feed -
https://rss.com/podcasts/apkamohitsharma
🎙️ Kuku FM -
https://applinks.kukufm.com/EwFFnrT2u5BnydYc9
💬 Join our WhatsApp Channel -
https://whatsapp.com/channel/0029Vb4wtr31noz8J0GHfT01
Blogs Link -
https://vickyggp.blogspot.com

Comments

Popular posts from this blog

📖 श्रीमद्भगवद्गीता – अध्याय 8, श्लोक 22 "परम सत्य की प्राप्ति का मार्ग"

📖 श्रीमद्भगवद्गीता – अध्याय 8, श्लोक 27 "ज्ञान और मोक्ष के मार्ग को समझना"

ईश्वर-अर्जुन संवाद: अंतिम क्षण में क्या स्मरण करें? (श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 8, श्लोक 6)